पुरुषों के लिए पागल रहती थी मुगल हरम की औरतें, जाने क्यों ?

रिवाज के मुताबिक मुगल हरम में सिर्फ बादशाह या चिकित्सक ही कदम रख सकते थे

मुगल हराम की उन महिलाओं को किसी भी अन्य मर्द को देखने की इजाजत नहीं थी

मुगल हरम में एक बार प्रवेश कर लेने के बाद महिलाओं का बाहर निकलना असंभव होता था

बादशाह को अधिकार था कि वह हरम की किसी भी महिला के साथ संबंध बना सकता है 

हरम में सिर्फ औरतें ही औरतें एक दूसरे को देख पाती थी बादशाह के दीदार भी उन्हें कभी कभार ही होते थे...

जिसकी वजह से महिलाओं के अंदर अन्य मर्दों को देखने की चाहत और बढ़ जाती थी

चिकित्सकों को भी हरम में प्रवेश कड़ी निगरानी से दिया जाता था जब तक वह महिला का इलाज न कर दें तब तक उनके साथ किन्नर वहीं बैठा करते थे

अलग-अलग देश और संस्कृति की महिलाएं मुगलों के हरम में लाई जाती थी

हरम में यह महिलाएं निकाह, उपहार, जन्म नियुक्ति के आधार पर दाखिल होती थी

सिर्फ महिला ही हरम में नहीं रहती थी यहां उनके बच्चों का भी जन्म होता था उन्हें पाला पोसा जाता था और उनको हर सुविधा दी जाती थी