8 फरवरी 2024 की शाम को उत्तराखंड के नैनीताल जिले में Haldwani Violence की खबर सामने आई, जिसमे फिलहाल 300 से ज़्यादा लोग घायल हो चुके हैं और करीब 6 लोगों की मौत हो गई है. बाकी सभी पीड़ित लोगों को प्रशासन के द्वारा अस्पताल ले जाया गया है.
वैसे तो हल्द्वानी अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरी भारी वादियों के लिए जाना जाता है. लेकिन गुरुवार की शाम इसी हल्द्वानी में दहशत का माहोल छा गया. हर कोई तितर-बितर भागने लगे, सारी सड़कें खून से लतपत हो गईं और पूरी रात गोलियों की आवाज से शहर में लोगों की नींदे उड़ गईं.
Haldwani Violence Case
शहर | हल्द्वानी |
जिला | नैनीताल |
राज्य | उत्तराखंड |
तारीक | 8 फरवरी 2024 |
दिन | गुरुवार |
वजह | मस्जिद पर चला बुलडोज़र |
घायल | अभी तक करीब 300 |
मौत | अभी तक करीब 6 |
क्या है पूरा मामला – Haldwani Violence Case
इस मामले की शुरुआत होती हैं जब हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके के इंदिरा नगर क्षेत्र के मलिक बगीचे में बने मदरसे और मस्जिद को नगर-निगम प्रशासन ने बुलडोज़र से ध्वस्त कर दिया. कहा जा रहा है की मस्जिद टूटने से पहले वहाँ पर मौजूद लोगों ने पुलिस कर्मियों से बात की थी और गुस्से में बैरिकेड वागेर भी गिरा दिए थे.
लेकिन जैसे ही बुलडोज़र ने मस्जिद को गिराया, इलाके में आतंक का माहोल छा गया. लोगों ने छतों से, घरों से, सड़कों पर से पुलिस प्रशासन और नगर-निगम प्रशासन पर पत्थर बारी शुरू कर दी.
किसने भड़काया असल में – Haldwani Violence Case
इसी बीच कुछ अराजक तत्वों ने मामले का फायदा उठाते हुए हिंसा को और ज़्यादा बड़ा दिया और पुलिस की गाड़ियों को जलाकर राख कर दिया और पुलिस थाने में भी आग लगा दी. जिसकी वजह से पुलिस को पूरे इलाके में लाठी चार्ज करना पड़ा और थोड़ी देर बाद प्रशासन को दंगे करने वाले लोगों पर शूट एट साइट का आदेश दिया गया यानि कि सीधा गोली चलाने का आदेश दे दिया गया, जिसके बाद पुलिस और दंगाइयों ने इलाके में गोली-वारी शुरू कर दी, जिसमें कुछ लोगों की जान चली गई. उन दंगाइयों को भागने के लिए पुलिस ने आँसू गैस का भी उपयोग किया.
क्यों हुआ पूरा हादसा – Haldwani Riots News
जब मस्जिद पर जेसीबी चलायी जा रही थी, उस वक्त नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय भी वहाँ पर मौजूद थे, जिन्होंने बताया कि मदरसा और मस्जिद को लेकर कोर्ट में बहुत पहले से केस चल रहा था, जिसके परिणामस्वरूप मस्जिद को ध्वस्त करने का आदेश कोर्ट के द्वारा दिया गया है, हम तो उसी का पालन कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वह मदरसा और नमाज स्थल पूरी तरह से अवैध है क्योंकि स्थल के पास में तीन एकड़ की ज़मीन नगर निगम की है और उस पर नगर निगम पहले ही कब्जा ले चुका है इसलिए यह मदरसा और नमाज स्थल पहले से सील है.
कौन है हादसे का ज़िम्मेदार – Haldwani Riots News
सूत्रों का कहना है कि प्रशासन ने मदरसा और मस्जिद धवस्त करने से पहले इस बात पर इतना ध्यान नहीं दिया था कि यह मामला कितना बड़ा हादसा बन सकता है. वहीं शहर के SSP प्रहलाद मीणा का कहना है कि कोर्ट के आदेश आते ही हमने मस्जिद वाली जगह पर पुलिस फोर्स और PAC जवानों को तैनात कर दिया था. लेकिन किसी को भी यह उम्मीद नहीं थी कि हालात इतने ज़्यादा बिगड़ जाएंगे की काबू के बाहर हो जाएंगे और पूरी फोर्स पर ही पत्थरवारी शुरू हो जाएगी.
शहर में क्या हुए हालात – Haldwani Riots News
जैसे ही हादसे की खबर उत्तराखंड के CM Pushkar Singh Dhami के पास पहुंची तो मुख्यमंत्री ने हल्द्वानी के हालात को देखते हुए, हाल के हाल राजधानी देहरादून में आपातकालीन मीटिंग बुलाई जिसमे हादसे को लेकर पूरी बात की गई. जिसके बाद पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया और शहर के लोगों को केवल बहुत जरूरी काम से ही बाहर जाने का आदेश दिया गया.
इसी के साथ ही उत्तराखंड हाई अलर्ट पर आ गया और सीएम धामी ने सारे विरोधियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का आदेश दिया ताकि शहर में दोबारा पहले की तरह शांति का माहोल बन सके.
FAQs
Q: हल्द्वानी का पुराना नाम क्या है?
A: पहले इसे ‘पहाड़ों का बाजार’ कहते थे.
Q: हल्द्वानी कहां है?
A: हल्द्वानी उत्तराखंड राज्य में है.
Q: हल्द्वानी शहर है या कस्बा?
A: हल्द्वानी एक खूबसूरत शहर है.
Q: हल्द्वानी में जीवन कैसा है?
A: हल्द्वानी में ना ज्यादा ठंड पड़ती है और ना ही ज्यादा गर्मी, इसलिए यहां का जीवन शांतिपूर्ण है.
Q: हल्द्वानी से नैनीताल की दूरी कितनी है?
A: 43.1 किमी (via NH109) और 56.8 किमी (via UT SH41).
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