UP Board Result 2025
उत्तर प्रदेश बोर्ड के 10वीं और 12वीं के छात्रों को इस वक्त रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार है। लेकिन कई छात्र ये सोचकर परेशान हैं कि अगर उम्मीद से कम नंबर आए तो क्या होगा? क्या करियर रुक जाएगा? तो इसका जवाब है – बिल्कुल नहीं! यूपी बोर्ड ऐसे कई विकल्प देता है जिनकी मदद से आप अपनी पढ़ाई और भविष्य की दिशा तय कर सकते हैं।
स्क्रूटनी यानी कॉपी की दोबारा जांच
अगर आपको लगता है कि किसी विषय में आपके नंबर कम आए हैं या कॉपी चेकिंग में कोई गलती हुई है, तो आप स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसमें आपकी उत्तरपुस्तिका को दोबारा जांचा जाता है – देखा जाता है कि कोई जवाब छूट तो नहीं गया या नंबर सही से जोड़े गए हैं या नहीं। इसके लिए एक मामूली शुल्क लगता है (लगभग ₹500 प्रति विषय), और ये प्रक्रिया रिजल्ट के कुछ दिन बाद शुरू होती है।
कम्पार्टमेंट एग्जाम – साल बचाने का मौका
अगर आप किसी एक या दो विषय में फेल हो जाते हैं, तो पूरा साल बर्बाद करने की जरूरत नहीं है। यूपी बोर्ड ऐसे छात्रों को कम्पार्टमेंट परीक्षा देने का मौका देता है, जो कुछ महीनों बाद होती है। इस परीक्षा को पास करने पर आप उसी साल पास माने जाएंगे और आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
ग्रेस मार्क्स से मिल सकता है पासिंग का मौका
यूपी बोर्ड छात्रों को पास होने के लिए एक और राहत देता है – ग्रेस मार्क्स। अगर आप किसी विषय में पासिंग मार्क्स से बस 1-2 नंबर पीछे हैं, तो बोर्ड आपको अतिरिक्त अंक देकर पास कर सकता है। जैसे अगर पासिंग मार्क 33 है और आपने 31 या 32 नंबर पाए हैं, तो आपको ग्रेस देकर पास कर दिया जाएगा। ये बोर्ड की तय नीतियों पर निर्भर करता है।
अगली बार सुधार परीक्षा देकर बेहतर स्कोर पाएं
यदि आप पूरी तरह से फेल हो गए हैं या अपने नंबरों से संतुष्ट नहीं हैं, तो आप अगले साल दोबारा परीक्षा दे सकते हैं। इसे इम्प्रूवमेंट या री-अपीयर परीक्षा कहते हैं। इसमें आप बेहतर तैयारी के साथ फिर से परीक्षा देकर अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं – खासकर अगर आप किसी प्रतियोगी परीक्षा या अच्छे कॉलेज में दाखिले की योजना बना रहे हैं।
कम नंबर आने का मतलब ये नहीं कि रास्ते बंद हो गए हैं। यूपी बोर्ड आपको कई ऐसे मौके देता है, जिनसे आप अपने नंबर सुधार सकते हैं और अपने करियर को नई दिशा दे सकते हैं। घबराएं नहीं, सोच-समझकर अगला कदम उठाएं!